बाप्पा के आगमन के लिए शहर में भक्तों द्वारा स्वागत की तैयारी पुर्ण

September 18,2023

नागपुर : देशभर में सुखकर्ता और दुखहर्ता भगवान गणेशजी का कल मंगलवार को आगमन हो रहा है। जिससे घर घर विराजमान होनेवाले बाप्पा के लिए शहर में भक्तों ने स्वागत के लिए तैयारियां भी पूरी कर ली हैं। पिछले 2 दिन से महल स्थित चितार ओली और अन्य जगह से भक्त ढोल-ताशे बजाकर उल्लास के साथ अपने घर में भगवान गणेश की मूर्तियां लेकर जा रहे हैं, वहीं नागपुर के राजा के नाम से मशहूर श्री गणेश की विशाल प्रतिमा को भी कल पेंडाल ले जाया गया हैं, जिससे शुभ मुहूर्त में भगवान की स्थापना की जा सके। शहर में कई पंडालों में भी जमकर तैयारियां पुर्ण हो गई हैं।

बीते कुछ वर्षों के जैसी ही इस वर्ष भी नागपुर (मनपा) महानगरपालिका ने गणेश मूर्तियों को तालाबों में विसर्जन पर पूरी तरह पाबंदी लगाई है। मनपा आयुक्त तथा प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी के निर्देश पर शहर में 413 कृत्रिम विसर्जन टैंक की वैकल्पिक व्यवस्था की है। अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल के मार्गदर्शन में मनपा के विविध विभाग मूर्ति विसर्जन की व्यवस्था में जुटे हैं।


सिर्फ 4 फीट तक की मूर्तियों का टैंक में विसर्जन 

शहर के प्रमुख तालाब परिसर तथा अन्य स्थानों पर विसर्जन टैंक की व्यवस्था की जाएगी। 4 फीट तक ऊंची मूर्तियों का शहर के कृत्रिम टैंक में विसर्जन किया जा सकेगा। 4 फीट से ऊंची मूर्तियों का विसर्जन करने की कोराड़ी तालाब परिसर के बड़े टैंक में व्यवस्था की जाएगी। कोराड़ी तालाब के बड़े टैंक में विसर्जन की शर्त पर ही 4 फीट से ऊंची मूर्ति स्थापन करने की अनुमति दी गई है।


डेढ़ दिन के गणेश विसर्जन के लिए 32 टैंक  

घरेलू गणपति की अनेक परिवारों मेें डेढ़ दिन के लिए स्थापना की जाती है। उन मूर्तियों का विसर्जन करने शहर में 32 टैंक की व्यवस्था की गई है। 3 दिन, 5 दिन, 7 दिन, 9 दिन और 10 दिन के गणेशोत्सव के मूर्ति विसर्जन की व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया है। 3 दिन के गणपति विसर्जन के लिए 21 टैंक, 5 दिन के गणेश मूर्ति विसर्जन के लिए 46 टैंक, 7 दिन के गणेश मूर्ति विसर्जन के लिए 44 टैंक, 9 और 10 दिन के गणेश मूर्ति विसर्जन के लिए 413 टैंक की व्यवस्था की गई है।


निर्माल्य संकलन की व्यवस्था

मनपा आयुक्त चौधरी ने कृत्रित विसर्जन टैंक में पानी का इस्तेमाल तथा विसर्जित मूर्ति को सम्मान के साथ निपटारा करने के निर्देश दिए। विसर्जन स्थल पर निर्माल्य संकलन कलश का इंतजाम कर स्वच्छता का ध्यान रखने के लिए कर्मचारी नियुक्ति करने के निर्देश दिए।