भाजपा शहर नेताओ ने किया राजस्व मंत्री थोरात की बैठक का बहिष्कार : किया कोराना पर राजनीति करने का आरोप

August 03,2020

नागपूर : नागपूर जिले में कोरोना की स्थिति को लेकर राजस्वमंत्री बालासाहब थोरात की उपस्थिति में हुई प्रशासन की बैठक का शहर भाजपा के नेताओ ने बहिष्कार किया है। भाजपा के विधायकों व प्रमुख पदाधिकारियों ने कहा है कि कोरोना उपाययोजना के मामले में राज्य सरकार ही राजनीति करने लगी है। उपाययोजना के कार्यों के लिए जनप्रतिनिधियों को विश्वास में नहीं लिया जा रहा है। भाजपा के नेतृत्व की मनपा व नगरपरिषद की सत्ता के काम में जानबूझकर अड़चन लायी जा रही है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता गिरीश व्यास ने कहा कि कोरोनो को लेकर नागपुर में स्थिति गंभीर है। मनपा आयुक्त व प्रशासन के त्रुटिपूर्ण निर्णय के कारण यह स्थिति बनी है। जनप्रतिनिधियों से संवाद नहीं है। मनपा आयुक्त केवल काम करने का दिखावा कर रहे हैं। पालकमंत्री नितीन राऊत भी जनप्रतिनिधियों का सहयोग नहीं ले रहे हैं। कोरोना की समीक्षा को लेकर महापौर संदीप जोशी की उपस्थिति में प्रशासन की बैठक हुई थी। उसके बाद 2 दिन का जनता कफ्र्यू सफल रहा । किन्तु बीते 31 जुलाई की समीक्षा बैठक में पालकमंत्री की भूमिका अलग रही। महापौर के पत्र के बाद भी पालकमंत्री मनपा की बैठक में शामिल नहीं हुए थे, वही उन्होंंने अलग से बैठक ली।

महापौर पालकमंत्री से निवेदन करते रह गए कि वे बैठक की अध्यक्षता करें। समन्वय के अभाव में उपाययोजना नहीं हो पा रही है। मनपा आयुक्त ने 15 करोड रुपये की मांग की थी। मेयो व मेडिकल अस्पताल में संसाधन बढ़ाने का भी निवेदन किया गया लेकिन राज्य सरकार ने कोई सहयोग नहीं दिया। निजी इलाज करने वाले चिकित्सकों से कोरोना उपचार की सेवा लेने का निर्णय नहीं लिया जा सका। यहां के अस्पतालों में 1200 बेड खाली है। लेकिन 875 मरीज एडमिशन का इंतजार कर रहे हैं। कोराेना उपाययोजना के मामले में असफल प्रशासन की समीक्षा बैठक में उपस्थित रहने का कोई औचित्य नहीं रह जाता है। पत्रकार वार्ता में भाजपा के शहर अध्यक्ष प्रवीण दटके, विधायक कृष्णा खोपडे, विधायक विकास कुंभारे, विधायक मोहन मते, उपमहापौर मनीषा कोठे, पार्षद दयाशंकर तिवारी सहित अन्य भाजपा के पदाधिकारी उपस्थित थे।