छात्रावास के छात्रों द्वारा यौन शोषण के चलते छात्र की आत्महत्या : १४ आरोपियों में ९ नाबालिग

January 22,2020

नागपुर : चंद्रपुर स्थित स्थित सेवादल के छात्रावास में शनिवार की सुबह आत्महत्या करने वाले छात्र सिध्दार्थ बापू काले के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुवा है। आत्महत्या के पूर्व सिध्दार्थ ने सहपाठियों और सेवादल छात्रावास के कर्मियों द्वारा यौन शोषण से तंग आकर आत्महत्या किए जाने का जिक्र एक पत्र में किया है। इस मामले में पुलिस ने १४ लोगों पर एफआईआर दर्ज किया है, ख़ास बात यह है की इन  १४ आरोपियों में ९ आरोपी नाबालिग छात्र है। जिन १४ लोगों पर मामला दर्ज किया गया है उसमे से किसी को भी गिरफ्तारी नहीं किया गया है।


जानकारी के अनुसार चंद्रपुर में श्री टाकीज परिसर में स्थित सेवादल का छात्रावास है। जहां ग्रामीण बच्चे शिक्षा हासिल करते है। जिवती तहसील के मराई पाटन का निवासी सिध्दार्थ बापूराव काले (१८) जो कि न्यू इंग्लिश हाईस्कूल में कक्षा १२ वीं का छात्र था जिसने बीते शनिवार को सुबह अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर की थी। जिसके बाद इस मामले में पुलिस को मृतक की एक नोटबुक हाथ लगी है जिसमें उसके साथ हो रहे अमानवीय अत्याचारों का उसने विस्तार से उल्लेख किया है। इस पत्र में मृतक ने सेवादल छात्रावास के छात्र एवं कर्मियों पर यौन शोषण के आरोप लगाये हैं। मृतक के मृत्यु पूर्व नोट के अनुसार उसे नृत्य का शौक था और वह मनीष मल्होत्रा जैसा फैशन डिजाइनर बनकर दुनिया में नाम कराना चाहता था। इसके अलावा वह संगीत लगाकर प्रतिदिन नृत्य का रियाज करता था जिसे देखकर छात्रावास के अन्य छात्र उसे चिढ़ाकर हिजड़ा कहते थे। मृतक छात्र ने पत्र में आरोप लगाया कि छात्रावास के कई छात्र उसके साथ यौन संबंध बनाने के लिए जबर्दस्ती करते थे, इंकार करने पर गालीगलौज तथा मारपीट की जाती थी। पत्र में बताया कि १५ जनवरी को उसका जन्मदिन था। छात्रावास के छात्रों ने मृतक छात्र के साथ अश्लील हरकतें करने लगे थे। छात्रावास के ६ छात्र रात में उसके कमरे में आये, यौन संबंध बनाने की जबर्दस्ती कर रहे थे। रात में कुछ छात्र जबरन मृतक छात्र के कमरे में घुसे और उस पर अत्याचार किया तथा मोबाइल में वीडियो शूटिंग की। जब वे अत्याचार कर रहे थे तो एक छात्र ने अपनी गर्लफ्रेंड को कॉल लगाकर उसे उसकी चीखें तक सुनाई। मृतक ने पत्र में यह भी बताया कि डेढ़ वर्ष से उसके साथ अत्याचार किया जा रहा था, जिसके चलते उसने कई बार आत्महत्या की कोशिश की लेकिन नहीं कर सका। मृतक छात्र ने पत्र में और भी उल्लेख किया है कि उसके साथ न केवल छात्रावास के छात्र बल्कि अन्य कर्मी भी अत्याचार करते थे। उसकी कालेज और टयूशन में बदनाम किए जाने से कोई भी उससे सही ढंग से पेश नहीं आता था। टयूशन टीचर ने भी उसकी ओर ध्यान देना छोड़ दिया था। जिससे वह मानसिक रूप से काफी निराश और आहत हो गया था, जिसके चलते उसने आत्महत्या कर ली।