ऑपरेशन कर अजगर के पेट से मांजा निकाला गया : ट्रांजिट सेंटर में हुआ उपचार

January 23,2020

नागपुर : प्रशासन की ओर से प्रतिबंधित किये जाने के बावजूद भी नायलॉन मांजे से इंसान सहित पशु पक्षी की जान खतरे में है। मकर संक्राति को आठ दिन होने के बावजूद आए दिन मांजे के कारण हो रही घटनाएं सामने आ रही है। जिसका ताजा उदाहरण है मांजे के कारण बुरी तरह से घायल अजगर को उपचार के लिए सेमिनरी हिल्स स्थित ट्राजिंट सेंटर लाया गया था। सर्पमित्र ने शहर के हजारी पहाड़ क्षेत्र से एक अजगर को घायल अवस्था में उठाकर उसे ट्राजिंट सेंटर लेकर आए थे। सेंटर के डॉक्टर मयूर काटे ने बताया कि अजगर जबड़े के पास से दो फुट तक बुरी तरह से मांजे में फंसा था। सेंटर में उसका उपचार किया गया। कयास लगाया जा रहा है कि, अजगर पेड़ पर चढ़ने के दौरान वह बुरी तरह से मांजे में फंस गया होगा। इतनाही नहीं उसके पेट में भी मांजा था, जिसे ऑपरेशन करके निकाला गया।

सेंटर के डॉ मयूर काटे, डॉ बिलाल अली, डॉ तिस्ता तोशे और उनकी टीम ने अजगर का उपचार किया। डॉक्टर के अनुसार अजगर ने मांजे में फंसे कौवे को निगला था जिसके कारण मांजा उसके पेट में गया था। डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन कर पहले मांजे को हटाया और कौवे को बाहर निकाला। मांजे के कारण अजगर की अन्न नली भी क्षतिग्रस्त हो चुकी थी।

सर्जरी के कारण बेहोशी की दवा के प्रभाव के कारण अजगर बेहोश था। बता दे ट्राजिंट सेंटर में अब तक बड़ी संख्या में मांजे के कारण घायल पशु-पक्षियों का उपचार हो चुका हे। अब तक उपचार के लिए लाए गए पक्षियों में कौवे, उल्लू, फाल्कन, बलुले और राज्य के राजकीय पक्षी हरियल शामिल हैं।