मनपा निजी संस्थाओं के साथ मिलकर खोलेगी शहर में ६ अंग्रेजी स्कूल

January 21,2020

नागपुर : पिछले कुछ वर्षो से शहर में मनपा के स्कूलों में छात्रों की संख्या कम होने लगी है जिसका कारण है शहर के सीबीएसई और अन्य केंद्रीय पाठ्यक्रमों के स्कुल। इस कारण बंद हो रहे मनपा स्कूलों को बचाने के लिए मनपा ने बड़ा निर्णय लिया है। जिससे नागपुर महानगरपालिका अब निजी संस्थाओं के माध्यम से शहर में अंग्रेजी माध्यम के स्कूल शुरू करेगी।  जिसके चलते प्रत्येक विधानसभा में एक-एक अंग्रेजी स्कूल खोलने का निर्णय लिया है, यानी उपराजधानी में ६ अंग्रेजी के स्कूल खोले जाएंगे।  इसके लिए २६६ करोड़ रुपए की निधि को मंजूरी प्रदान की गई है। इसी उपक्रम के चलते मनपा के मराठी व हिंदी स्कूलों को भी संवारा जाएगा। बता दे शहर में जी एम बनातवाला मनपा का एकमात्र अंग्रेजी स्कूल है, इस स्कूल में हर साल विद्यार्थियों की संख्या बढ़ रही है। इसके विपरीत, मराठी व हिंदी माध्यम के स्कूलों में छात्र घट रहे हैं। जिससे स्कुल में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए शिक्षकों को घर-घर जाना पड़ रहा है। इस दौरान पालक अंग्रेजी स्कूल का आग्रह कर रहे हैं। पालकों का अंग्रेजी माध्यम की स्कूलों पर जोर है। पालकों का रुझान देखते हुए मनपा ने भी अंग्रेजी माध्यम की स्कूलों को शुरू करने पर जोर दिया है। नर्सरी से शुरू करने की तैयारी है। हालांकि, निजी संस्था की मदद से महानगरपालिका की अंग्रेजी माध्यम से स्कूलों को शुरू किया जाएगा। इस बाबत सोमवार को मनपा की आमसभा में प्रस्ताव मंजूर किया गया है।

मनपा के द्वारा दावा किया जा रहा है कि निजी संस्थाओं की मदद से अंग्रेजी स्कूलों को शुरू करने पर मनपा के स्कूलों में शिक्षा का दर्जा बढ़ेगा। बच्चों को अच्छी शिक्षा दी जा सकेगी। स्कूलों के लिए बुनियादी सुविधा, शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को वेतन खर्च, पाठ्यपुस्तकें, गणवेश, पोषण आहार, परिवहन व्यवस्था, खिलौने, डिजिटल कक्षाएं, फर्नीचर आदि के लिए २ करोड़ ६६ लाख रुपए के खर्च को सभागृह ने मंजूरी दी है। हर साल कक्षाएं वृद्धि अनुसार वेतन आदि पर अनुमानित ७ प्रतिशत अधिक खर्च को भी मंजूरी दी गई है। इसमें से ५० प्रतिशत खर्च मनपा व ५० प्रतिशत खर्च संबंधित निजी संस्था करेगी। प्रस्ताव पर चर्चाओं के दौरान वरिष्ठ नगरसेवक दयाशंकर तिवारी, छोटू भोयर, प्रकाश भोयर, जितेंद्र घोडेस्वार उपस्थित थे।