कोविड: केदारनाथ धाम के लिए सादगी से निकली पंचमुखी डोली
May 14,2021देश भर में तेजी में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के मद्देनजर बाबा
केदारनाथ की पंचमुखी डोली शुक्रवार को बेहद सादगी के साथ निकाली गई।
बाबा केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली शुक्रवार को श्री ओंकारेश्वर
मंदिर उखीमठ से सादगीपूर्वक केदारनाथ धाम को प्रस्थान हुई। बाबा केदारनाथ
भगवान की यह पंचमुखी डोली शनिवार को केदारनाथ पहुंचेगी।
श्री
ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से सादगीपूर्वक केदारनाथ धाम को प्रस्थान के दौरान
केवल कुछ ही व्यक्ति मौजूद रहे। इस अवसर पर रावल भीमाशंकर लिंग, पुजारी
बागेश लिंग, देवस्थानम बोर्ड के अपरमुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह ,
कार्याधिकारी एनपी जमलोकी, डोली प्रभारी यदुवीर पुष्पवान सहित प्रशासन के
अधिकारी ही उपस्थित थे।
देवस्थानम बोर्ड के डा. हरीश गौड़ ने
बताया कि पंचमुखी डोली शनिवार को केदारनाथ पहुंचेगी। 17 मई को प्रात पांच
बजे श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। चारधाम यात्रा स्थगित है। अत
कोरोना महामारी को देखते हुए केवल मंदिरों के कपाट खुल रहे है। पूजापाठ से
जुड़े कुछ ही लोगों को धामों में जाने की अनुमति दी गयी है।
देवस्थानम
बोर्ड ने बताया कि शुक्रवार को दिन में 12.15 बजे श्री यमुनोत्री धाम के
कपाट खुलेंगे। जबकि शनिवार को 15 मई गंगोत्री धाम एवं 18 मई प्रात को श्री
बदरीनाथ धाम के कपाट खुल रहे है।
कोविड के बढ़ते प्रकोप को देखते
हुए उतराखंड सरकार चारधाम यात्रा को स्थगित करने का फैसला कर चुकी है।
हालांकि चारों धाम के कपाट निर्धारित समय पर खुलेंगे। तीर्थ-पुरोहित
मंदिरों में नियमित रूप से पूजा-पाठ करेंगे लेकिन श्रद्धालुओं की सुरक्षा
के मद्देनजर चारधाम यात्रा को स्थगित रखने का निर्णय लिया गया है।
उत्तराखंड
सरकार के मुताबिक चार धामों में केवल तीर्थ पुरोहितों को ही नियमित पूजा
पाठ की अनुमति होगी। चारधाम यात्रा के लिए किसी को भी अनुमति नहीं होगी,
केवल तीर्थ-पुरोहित ही पूजा करेंगे।
स्थानीय जिले के निवासी भी मंदिरों में पूजा-पाठ के लिए नहीं जा सकेंगे।
मुख्यमंत्री
ने कहा है कि नियमित समय पर ही चारधाम के पट खुलेंगे और तीर्थ-पुरोहित ही
पूजा करेंगे बाकी देश के लोगों के लिए चारधाम यात्रा अभी बंद है। पूरे देश
में इस समय कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। उत्तराखण्ड में भी लगातार कोविड
के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। इसी क्रम में तय हुआ है कि अभी चारधाम
यात्रा को स्थगित रखा जाए।